अगर किसी दिन आपको एक नोटिफ़िकेशन मिले कि आप डुओलिंगो पर जो कोर्स कर रहे हैं, उसमें एक अपडेट आया है तो ज़ाहिर सी बात है आप सोचेंगे — किस तरह का अपडेट? क्या बदला है? और क्यों? भाषा कोर्स बनाने के लिए डुओलिंगो जिन नए तरीकों का इस्तेमाल और एक्सपेरिमेंट करता है, उसके बारे में जानने के लिए यह लेख पढ़ें...
कोर्स अपडेट क्यों किए जाते हैं?
भाषा सीखने का कभी कोई अंत नहीं होता। इसलिए, हम डुओलिंगो पर अपने कोर्स को बेहतर बनाने की लगातार कोशिश करते रहते हैं! जब आपको कोई अपडेट मिलता है, तो इसका मतलब है कि हमने मौजूदा कोर्स में नए बदलाव किए हैं और हम उन्हें आपके साथ शेयर करना चाहते हैं।
कोर्स अपडेट में किस तरह के सुधार किए जाते हैं?
- ज़्यादा कॉन्टेंट: आप जिस भाषा को सीख रहे हैं, उसे CEFR स्केल (ब्लॉग पोस्ट इंग्लिश में है) के अनुसार B2 लेवल तक पढ़ाना हमारा लक्ष्य है। इसलिए, यह मुमकिन है कि आपको B2 लेवल के कॉन्टेन्ट पढ़ाने के लिए हमने नई चीजें जोड़ी हों!
- मौजूदा कॉन्टेन्ट में बदलाव: सबसे असरदार तरीके से पढ़ाने के लिए हम लगातार एक्सपेरिमेंट और टेस्टिंग करते रहते हैं। इसलिए, कोर्स अपडेट करने का कारण यह भी हो सकता है कि हम कोर्स के कॉन्टेन्ट में कुछ नया जोड़ रहे हों ताकि आप नए और बेहतर ढंग से सीखें।
- बिलकुल नया कॉन्टेन्ट बनाना: हम अपने सभी कोर्स को CEFR स्टैंडर्ड्स के मुताबिक बनाना चाहते हैं। इसलिए, यह मुमकिन है कि पढ़ाने का और बेहतर तरीका अपनाने के लिए कभी-कभी आपका कोर्स पूरी तरह से बदल दिया गया हो ताकि हम यह समझ सकें कि आपकोकब और कैसी चीजें पढ़ाई जाएँ जिससे आप सही समय पर, सही चीज़ें सीखें।
CEFR क्या है?
CEFR (Common European Framework of Reference for Languages) भाषा सीखने के स्टैंडर्ड्स का एक समूह है, जिससे यह तय होता है कि किसी भाषा को सीखने के दौरान आपको किस लेवल पर भाषा की कितनी समझ होनी चाहिए। भाषा के कोर्स को CEFR स्टैंडर्ड्स के मुताबिक बनाकर हम यह सुनिश्चित करते हैं कि आप सबसे उपयोगी चीज़ें सीखें और जितना मुमकिन हो अच्छी तरह से बातचीत कर पाएँ।
जैसा कि हमने पहले भी बताया है कि भाषा सीखनेवालों को B2 लेवल तक की भाषा सिखाना हमारा मुख्य लक्ष्य है और ऐसा इसलिए है क्योंकि B2 लेवल पर पहुँचने के बाद, आपके पास किसी भाषा की इतनी समझ होती है, जिससे आप अपना करियर शुरू कर सकते हैं। हम आपको ऐसे लेवल पर पहुँचाना चाहते हैं जहाँ आप सीखने वाली भाषा का इस्तेमाल करके अपनी ज़िंदगी के सारे काम आराम से कर सकें! (शायद आपको इतने अवसर मिलें जितने Klingon का इस्तेमाल करके ना मिले हों।)
CEFR लेवल और डुओलिंगो के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए यह ब्लॉग पोस्ट पढ़ें (इंग्लिश में)।
मेरी स्किल और लेवल का क्या हुआ?
कभी-कभी कोर्स में मौजूद स्किल्स और लेवल में किए गए बदलाव की वजह से भी कॉन्टेन्ट में बदलाव दिखाई देते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम अक्सर नया कॉन्टेन्ट जोड़ते रहते हैं, और सीखने का तरीका बेहतर बनाने के लिए कॉन्टेन्ट में फेरबदल करते रहते हैं (लर्निंग मेट्रिक्स के पैटर्न के हिसाब सेकोर्स में कुछ चीज़ें बाद में पढ़ाते हैं और कुछ नए कॉन्सेप्ट पहले)।
हम समझते हैं कि इससे आपके स्किल लेवल और कोर्स के रंगों की दिखावट "थोड़ी अलग" दिख सकती है और कभी-कभी ऐसा लग सकता है कि हमने आपकी सारी प्रोग्रेस मिटा दी है, लेकिन ऐसा नहीं है। जब हम आपके भाषा कोर्स में कुछ नया जोड़ते हैं तो हम चाहते हैं कि आप उसे देखें और रिव्यू करें। उदाहरण के लिए: जब हम "परिचय" स्किल में नए शब्द शामिल करते हैं, तो उसके बाद नए वाक्य भी जोड़ते हैं। इसका मतलब यह है कि आपने अभी तक नई "परिचय" स्किल के कॉन्टेन्ट को नहीं देखा है जिसे सीखना ज़रूरी है (नई स्किल में पुरानी परिचय स्किल के शब्द और वाक्य भी मिल सकते हैं)। कम शब्दों में कहें तो आपके कोर्स में दिखने वाली नई और बदली हुई स्किल्स आपके कोर्स को बेहतर करने और आपकी स्किल्स को ज़्यादा मज़बूत बनाने की हमारी कोशिशों का नतीजा है।
अपडेट में क्या नया/बदला है?
बदलाव इस बात पर निर्भर करता है कि आपको मिलने वाला अपडेट किस तरह का है। हालाँकि, इस बात की संभावना ज़्यादा है कि आपके कोर्स में बहुत सारे नए शब्द और पाठ जोड़े जाएँगे जिनसे आपकी भाषा की समझ बढ़ेगी और आप अच्छी तरह बातचीत कर पाएँगे।
मुझे कोई फ़र्क दिखाई नहीं दे रहा है, मेरा कोर्स कब बदल रहा है?
हो सकता है कि आपने दूसरे लोगों से सुना हो कि उनका कोर्स बदल गया या हम कोर्स में बदलाव लाने वाले हैं, लेकिन आपको अपने कोर्स में कुछ भी नया नहीं दिख रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पहले हम कुछ गिने-चुने लोगों के लिए ही अपडेट जारी करते हैं। अगर इन बदलावों से लोगों को सीखने में फ़ायदा होता है तभी हम इन्हें दूसरों के लिए जारी करते हैं।
तकनीकी रूप में समझाया जाए, तो ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम "ए/बी टेस्टिंग" नामक प्रक्रिया का इस्तेमाल करते हैं। ए/बी टेस्टिंग में हम सीखनेवालों को दो अलग-अलग ग्रुप में बाँट देते हैं। पहले ग्रुप को नया कोर्स दिया जाता है और दूसरे ग्रुप को पुराना। फिर हम दोनों ग्रुप की तुलना करते हैं कि वे कितना सीख रहे हैं और उन्हें सीखने में कितना मज़ा आ रहा है। अगर आपको अपने कोर्स में कोई बदलाव दिखाई नहीं दे रहा है, तो हो सकता है कि आप हमारे कंट्रोल ग्रुप का हिस्सा हों और जल्द ही आपको कोर्स का नया वर्ज़न दिखाई दे।
मुझे नया कोर्स कॉन्टेन्ट मिला, लेकिन फिर गायब हो गया!
हाँ! ऐसा कभी-कभी होता है। जब हम ए/बी टेस्टिंग करते हैं, तो कोर्स के नए वर्ज़न में हमें मनचाहे नतीजे नहीं मिलते हैं। इसका मतलब है कि कोर्स का नया वर्ज़न बेहतर साबित नहीं हुआ। ऐसा होने पर हम कोर्स का पिछला वर्ज़न फिर से चालू कर देते हैं (ताकि आप सबसे अच्छे वर्ज़न पर ही सीखना जारी रखें)। उसके बाद हम कोर्स में आई समस्या को दूर करते हैं और नए एक्सपेरिमेंट के साथ दोबारा कोशिश करते हैं।